जनसुनवाई में कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने 39 आवेदनों को निराकरण के लिए संबंधित विभागों में भेजा
रतलाम/ D I T NEWS :- जनसुनवाई में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। इस दौरान कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा 39 आवेदनों पर सुनवाई करते हुए आवेदन संबंधित विभागों को निराकरण हेतु प्रेषित किए हैं।
जनसुनवाई के दौरान ग्राम नगरा निवासी प्यारसिंह ने बताया कि प्रार्थी द्वारा दो बीघा में लहसुन तथा डेढ बीघा जमीन में प्याज की फसल तीन माह पूर्व बोई थी तथा फसल बढवार हेतु आनलाईन ग्रामोफोन कम्पनी से 1 किलो पावडर, 200 ग्राम पाउच व 80 मि.ली. व 500 ग्राम दवाई का घोल कर फसलों पर स्प्रे किया गया था। स्प्रे के पूर्व फसल की स्थिति अच्छी थी परन्तु स्प्रे के बाद लहसुन व प्याज की फसल कंद से बाहर निकल आई तथा जडे अन्दर रह जाने से प्रार्थी को आर्थिक नुकसान हुआ है। फसल की जांच करवाई जाकर मुआवजा प्रदान किया जाए। आवेदन निराकररण के लिए डिप्टी डायरेक्टर उद्यानिकी को प्रेषित किया गया है।
रावटी तहसील के ग्राम गढावदिया निवासी रामनारायण बडावदिया ने आवेदन देते हुए बताया कि प्रार्थी द्वारा अपनी भैंस का दि ओरिएण्टल इंश्युरेंस कम्पनी लि. से 55 हजार रुपए का बीमा करवाया गया था। भैंस की मृत्यु 17 फरवरी 22 को हो जाने पर कम्पनी द्वारा बीमा राशि नहीं दी जा रही है तथा टालमटोल किया जा रहा है। प्रार्थी की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से दूसरी भैंस खरीदने में असमर्थ है। आवेदन निराकरण के लिए संबंधित विभाग को भेजा गया है।
ग्राम नन्दलई निवासी जगदीश मचार ने जनसुनवाई के दौरान अपने आवेदन के माध्यम से बताया कि ग्राम पंचायत जामथुन सरपंच द्वारा ग्राम नन्दलई में 17 हजार रुपए प्रतिमाह जल कर की राशि वसूली जा रही है लेकिन नल जल उपभोक्ता समिति के बैंक खाते में पिछले छह माह से लेकर आज दिनांक तक एक भी रुपया जमा नहीं किया गया है। समिति सदस्यों द्वारा इस सम्बन्ध मे जानकारी लेने पर जानकारी नहीं दी जाती है। इस सम्बन्ध में उचित कार्यवाही कर जांच की जानी चाहिए। आवेदन सीईओ जनपद पंचायत को भेजा गया है।
ग्राम धामनोद निवासी मुन्नीबाई ने जनसुनवाई में बताया कि प्रार्थिया द्वारा मुख्यमंत्री जनकल्याण सम्बल योजना अन्तर्गत अपना पंजीयन करवा रखा है। प्रार्थिया के पति की 22 अक्टूबरर 2020 को दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। पति की मृत्यु के बाद मेरी पारिवारिक स्थिति काफी दयनीय हो गई है। अतः उक्त योजना अन्तर्गत मिलने वाली 4 लाख रुपए की मुआवजा राशि प्रदान की जाए। आवेदन संबंधित विभाग को निराकरण के लिए भेजा गया है।