क्या मंच से यह पूछना गलत है क्या कि आपके गांव में विधायक कितनी बार आए,

क्या मंच से यह पूछना गलत है क्या कि आपके गांव में विधायक कितनी बार आए,

जीवन सिंह शेरपुर--जनसंपर्क के दौरान विधायक के पैर छुए तो बोले तेरे लड़कों को समझा ले नहीं तो मैं समझा दूंगा अब आप बताएं गुंडागर्दी कौन कर रहा है

जब हमारे जैसे युवा राजनीति में उतर रहे हैं विधानसभा का चुनाव लड रहे तो यह हमें डरा रहे। 

क्या मंच से यह पूछना गलत है क्या कि आपके गांव में विधायक कितनी बार आए।

कांग्रेस बीजेपी एक ही है केवल यह धर्म जाती पर लड़ाने का काम करती है स्वास्थ्य शिक्षा और रोजगार पर बात नहीं करती

जावरा/ D I T NEWS:- विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे जीवन सिंह शेरपुर घर-घर जनसंपर्क कर बड़े बुजुर्ग के पैर छू कर उनसे आशीर्वाद लें रहे गांव-गांव में जीवन सिंह शेरपुर का हार फुल से स्वागत हो रहा तो फल फ्रूट से तोला जा रहा तो महिलाएं व बच्चियां साल श्रीफल भेंट कर आरती उतार कर विजय होने का आशीर्वाद दे रहीं 
बुधवार को जीवन सिंह शेरपुर अपने विधानसभा क्षेत्र के मुंडलाराम,भेसाना, अर्निया पीथा मंडी, झालवा, चिकलाना, सेमलिया,कालूखेड़ा,में जनसंपर्क किया गुरुवार को जावरा शहर के गीता भवन, रावण दरवाजा, रामबाग, सागर मोती, व अन्य जगह जनसंपर्क करेंगे।

जनसंपर्क के दौरान चौपाल को संबोधित करते हुए जीवन सिंह बोले-जितने भी बीजेपी को छोड़ कर आए हैं अब उनकी जबदारी मेरी है आपने मुझ पर विश्वास किया वह विश्वास नहीं टूटने दूंगा ना कभी साथ छोडूंगा जब मैं रणायरा से आ रहा था किसी ने बोला कि विधायक जी का जनसंपर्क चल रहा है मेरे मित्र श्याम जी ने कहा की बड़े हैं पैर छू लेना जैसे ही मैंने उनके चरण स्पर्श करें उन ने मेंको बोला की कि तेरे साथ जो छोटे-छोटे बच्चे हैं उनको समझ लेना तो मैंने बोला कि हम तो किसी को कुछ बोलते ही नहीं तो उनको क्या समझाए तो वो बोले कि नहीं तो मैं समझा दूंगा। तो अब आप बताएं गुंडागर्दी कर कौन रहा है। उन्होंने बोला तेरे को भी समझाया था उनको भी समझा दूंगा मेरे ऊपर जितने भी मुकदमे हैं उन्हीं की देन है उन्होंने मेरे को पहले समझ रखा है वो ऐसे समझाते हैं।  सभी कार्यकर्ता एक बात की गारंटी देता हूं की आज तक किसी ने ऐसा दूध नहीं पिया होगा की मेरे साथ रहने वाले कार्यकर्ता को डरा सके। वह बड़े और है अपन उनके सम्मान करते हैं नहीं तो ऐसे कहीं विधायक आए और कहीं विधायक गए कितने विधायक हमने बनाई हैं और कितने ही विधायक गिराएं हैं हम उनके मुख्यमंत्री के काबू में नहीं आए तो यह क्या अपने को काबू करेंग। क्या मंच से यह पूछना गलत है क्या कि आपके गांव में विधायक कितनी बार आए। जनता ने वोट दिया तभी वह विधायक बने तो यह बात पूछना गुंडागर्दी है क्या की विधायक गांव में कितनी बार आए हैं। जब दुख दर्द में विधायक गांव नहीं आ सकता तो वोट मांगने क्यों आता है। जब हमारे जैसे लोग राजनीति में उतर रहे हैं विधानसभा का चुनाव लड रहे तो यह हमें डरा रहे हो तो आम जनता के क्या हाल करते होंगे। अगर आम जनता को डरा रहे हो तो डरना मत आपका भाई जिंदा है एक पर भी मुसीबत नहीं आने देगा। 
एक को भी गुंडा विधायक से डरने की जरूरत नहीं है ऐसे विधायक पचास आते और पचास जाते हैं जनता ने विधायक को बनाया है विधायक ने जनता को नहीं बनाया कितने भी विधायक जाएंगे कितने भी विधायक आएंगे अगर आपको कोई डराए तो डरने की जरूरत नहीं। विधायक ने बोला कि देख लेंगे और समझा देंगे तो अपने को भी आता है समझाना लेकिन अपन लोकतांत्रिक रूप से समझांगे ऑटो रिक्शा पर इतने वोट देना की उनको अपने आप समझ में आजाए। वह जनता को समझाना चाह रहे हैं लेकिन जनता उनको समझाएगी ऑटो रिक्शा पर बटन दबाकर। कांग्रेस का जो उम्मीदवार है वह आलोट में 2018 मे चिल्ला चिल्ला कर बोल रहे थे की स्थानीय उम्मीदवार चाहिए। जिसकी वजह से ऊपर प्रेमचंद गुड्डू का टिकट कट गया था। और जावरा में यह खुद बाहर से आकर चुनाव लड़ रहे हैं। तो यहां भी स्थानी होना चाहिए था ना 17 तारीख के बाद में एक-एक के घर आऊंगा और एक-एक को धन्यवाद देकर जाऊंगा ऐसा नहीं है की आपने वोट डाल दिया तो आपको छोड़कर चला जाऊंगा। परिणाम जो भी आएगा बाद में देखा जाएगा। अपन तिरंगे का सम्मान नेताओं से ज्यादा करते हैं देश का सम्मान उनसे ज्यादा करते हैं किसानों का सम्मान उनसे ज्यादा करते हैं। एक आएगा कहेगा कि हमने मंदिर बनवाया दूसरा आएगा बोलेगा कि हमने मंदिर रुकवाया है लेकिन उनमें इंसानियत नहीं नजर आएगी राम को अपन भी पूजते हैं इस देश में सब समान है सारे धर्म समान है धर्म के नाम राजनीति नहीं करना कि इस धर्म के लोगों को उस धर्म से लड़ा देना और उस धर्म के लोगों को इस धर्म से लड़ा देना और उनके ऊपर राज करना कि आधे इधर वोट देदे और आधे उधर वोट देदे कांग्रेस बीजेपी एक ही है केवल यह लड़ाने का काम करती है स्वास्थ्य शिक्षा और रोजगार पर बात करनी चाहिए हिंदू मुसलमान पर नहीं। राष्ट् हित जातिवाद हिंदू मुसलमान इसी में लोगों को उलझा रखा है। हिंदू हो या मुसलमान स्वास्थ्य शिक्षा और रोजगार चाहिए और इस देश का उद्घार चाहिए तो एक बार ऑटो रिक्शा पर बटन दबाकर मुझे विधानसभा भेज दीजिए जीतने के बाद में आपके जीतने भी काम है बिना कहें होंगे आपको नहीं आना पड़ेगा मैं खुद आऊंगा।
 किसी के बहकावे में न आकर अपना भविष्य को सुरक्षित करें।