संतो से मिला पुनीत कार्य करने का आशीर्वाद

संतो से मिला पुनीत कार्य करने का आशीर्वाद
रतलाम /D I T NEWS :- काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा विगत 2 वर्षों में किए गए अंतिम संस्कार से संचित अस्थियो को विसर्जन पूर्व 3 दिन भारत माता मंदिर मैं भजन कीर्तन सुनने हेतू अलग से बनाए गए विश्राम घर में रखा गया|
प्रतिदिन अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संतों परम पूज्य पद्मभूषण विभूषित महामंडलेश्वर स्वामी सत्यमित्रानंद जी गिरी के शिष्य जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरी, गौ सेवा आयोग अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरा नंद जी, राम जन्मभूमि न्यास के कोषाध्यक्ष पूज्य गोविंद देव गिरी जी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद जी, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद जी, स्वामी मनीषानंद जी, स्वामी शिवपूजन जी सहित संतों से काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सदस्यों ने लावारिस, मानसिक रोगी, असहाय लोगों के अंतिम संस्कार सहित किए जा रहे अन्य पुनीत कार्य करने की प्रेरणा एवं आशीर्वाद प्राप्त किया|
असामान्य परिस्थिति में किया अस्थि विसर्जन
सुबह-सुबह घनघोर वर्षा , गरजते मेघ वादन करते हुए अंतिम विदाई के लिए मंगल बेला में तैयार हम सब की परीक्षा ले रहे थे|
समन्वय कुटीर आश्रम से परसराम जी, उदय नारायण पांडे, श्रीमती बीना बंसल, आलोक भाई,राकेश भाई, भदौरिया जी एवं उपस्थित भक्तजन ने काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष माधव काकानी, सचिव गोविंद काकानी, श्रीमती संतोष काकानी,श्रीमती सुरभि रत्नेश राठी, श्रीमती तारा सोनी, श्रीमती निर्मला सोनी, कु प्रिशा राठी के साथ मंत्रोचार, पुष्पांजलि द्वारा श्रद्धांजलि अर्पण की|
पश्चात सभी पवित्र गंगा नदी के पावन घाट पर तेज बारिश में अपने हाथों में अस्थियों को लेकर आश्रम के ज्ञानी साधक कृष्णा भाई एवं सुरेश भाई के साथ विसर्जन घाट पर पहुंचे|
जहां पर पवित्र गंगा मैया उफन कर उन्हें अपनी गोद में लेने के लिए लालायित नजर आई|
ज्ञानी साधकों ने मंत्र उपचार के साथ अस्थि विसर्जन की क्रिया को शुरू किया| पवित्र गंगा घाट पर बहुत ही रूह को कपकपा देने वाला दृश्य नजर आ रहा था| चारों ओर पानी ही पानी, श्मशान जैसा विरान घाट, कल कल करती हुई तेज वेग से बहती गंगा नदी की जोरदार आवाज कानों को भेद रही थी|एकदम ठंडे जल में स्नान के साथ शुरू हुई जो कि एक घंटे में पूर्ण हुई|
चमत्कार देखने को मिला
एकदम आश्चर्यजनक परिवर्तन प्रकृति का देखने को विधि पूर्ण होते ही देखने को मिला| सब कुछ सामान्य हो गया |वर्षा रुक गई, सूर्य देवता के दर्शन हो गए, गंगा मैया वापस अपने उसी स्वरूप में शांत बहती हुई नजर आई|
पिछली बार की तरह इस बार भी शिव शंकर भोलेनाथ के गले की शोभा नाग देवता के घाट पर आना और दर्शन देना सचमुच एक अविस्मरणीय घटना बन गई|
सीए गोपाल काकानी, श्रीमती संगीता काकानी, कुमारी झलक काकानी ने 1 माह पूर्व अस्थि विसर्जन व्यवस्था वरिष्ठ आश्रम ट्रस्टी इंद्रदत्त शास्त्री के सराहनीय सहयोग से करवा रखी होने से बहुत ही अच्छे से पुनीत कार्य संपन्न हुआ|
इस पुनीत कार्य में सहयोग करने वाले सभी परिवार बंधुओं का काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से सचिव गोविंद काकानी ने हृदय से धन्यवाद व आभार माना|