एक बार फिर शहर आग की आगोश में :-कबाड़ा गोदाम में लगी आग, कबाड़ा पूरी तरह जलकर खाक, दमकल की 60 से 65 गाड़ियां लगी आग बुझाने में
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रतलाम/ D I T NEWS :- रतलाम शहर एक फिर बार आग कि आगोश में रहा, फिर देखने को मिला आग का विकराल रूप शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्र में मंगलवार देर रात लगी भीषण आग से हड़कंप मच गया । हाट रोड से वेदव्यास कॉलोनी मार्ग पर स्थित कबाड़ गोदाम में रात करीब 12.30 बजे अचानक उठीं आग की लपटों ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। 35 से 40 फीट ऊँची आग की दीवारें पूरे इलाके में दहशत फैलाती रहीं और रहवासी रातभर दहशत में घरों से बाहर निकल आए।
गोदाम में प्लास्टिक, वायर, पन्नियां और अन्य अत्यधिक ज्वलनशील सामग्री भरी होने के कारण कुछ ही मिनटों में आग पूरी तरह फैल गई। स्थानीय लोगों के शुरुआती प्रयास नाकाम रहे। सूचना मिलते ही नगर निगम की दमकलें मौके पर पहुँचीं, लेकिन पानी खत्म होते ही आग दोबारा भड़क उठती रही, जिसके बाद नामली नगर पंचायत और इप्का की दमकल को भी बुलाना पड़ा।
एसडीएम आर्ची हरित, सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया, तहसीलदार ऋषभ ठाकुर हाट की चौकी प्रभारी पंकज राजपूत और भारी पुलिस बल पूरी रात मौके पर तैनात रहा। सुबह तक माने तो लगभग दमकल की 65 से अधिक पानी के टैंकर झोंकने के बाद दोपहर तक आग पर नियंत्रण पाया जा सका।
नुकसान का आधिकारिक आंकलन जारी है, पर प्राथमिक तौर पर लाखों की सामग्री जलकर राख हो चुकी है। आग लगने का कारण अब तक स्पष्ट नहीं है और पुलिस जांच में जुटी है
वही बात कर तो शहर के रहवासी इलाकों में कबाड़ा, लकड़ी, प्लास्टिक पाइप और ट्रांसपोर्ट गोदाम खुलेआम संचालित हो रहे हैं। वर्ष 2021 में मोहननगर में लगी भीषण आग के बाद तत्कालीन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने शहर से 67 ऐसे गोदाम हटाने के आदेश दिए थे, लेकिन कार्रवाई आज तक अधूरी है। परिणामस्वरूप बीते एक वर्ष में शहर तीन बड़े अग्निकांड झेल चुका है—30 नवंबर 2024 (विरियाखेड़ी), 17 अक्टूबर 2025 (पटेल कॉलोनी) और अब हाट रोड का बड़ा हादसा।